मुजफ्फरनगर में पकड़ी गए पाँच किलो अवैध चाँदी के बर्तन और आभूषण, रडार पर कई ज्वैलर्स


LP Live, Muzaffarnagar/ Bijnor स्टेट जीएसटी विभाग की मोबाइल यूनिट को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। मेरठ से चांदी के बर्तन और ज्वैलरी लेकर निजी कार से निकले बिजनौर के ज्वैलर को टीम ने मुजफ्फरनगर के मीरापुर में रोक लिया। चैकिंग में ज्वैलर के पास से करीब पांच किलो चांदी के बर्तन और ज्वैलरी मिली, जिसके बिल ज्वैलर नहीं दिखा पाया। टीम ने डीएम को सूचना देकर सभी माल जब्त कर लिया, जिसे देर रात्रि में कोषागार कार्यालय खुलवाकर वहां की तिजोरी में सुरक्षित कराया।
स्टेट जीएसटी विभाग को सूचना मिली थी कि एक प्राइवेट से बिजनौर के ज्वैलर बिना बिलों के जीएसटी चोरी कर आभूषणों की सप्लाई कर रहे हैं। इसके लिए सहायक कमिश्नर नितिन कुमार बाजपाई ने जाल बिछाकर गाड़ी की पहचान की। मोबाइल यूनिट मेरठ-मुजफ्फरनगर की सीमा पर तैनात हो गई। इसके बाद टीम ने यूपी-20 नंबर की कार की पहचान कर पीछा शुरू कर दिया। टीम ने उक्त कार को मीरापुर थाना क्षेत्र में दबोच लिया। इस दौरान टीम ने कार की चैकिंग की तो एक बैग मिला, जिसमें बड़ी मात्रा में चांदी के अभूषण और बर्तन थे। इस बाबत कार चालक की पहचान करी तो पहचान धामपुर के संदीप कुमार के रूप में हुई। व्यापारी से माल मांगा तो एक कच्चा पर्चा दिखाया गया, लेकिन पक्का बिल नहीं मिला। इस बाबत टीम ने करीब पांच किलो चांदी के बर्तन और आभूषणों को जब्त कर लिया। इस दौरान उक्त व्यापारी ने अपनी यूनियन के पदाधिकारियों को काल किया, जिसके बाद सूचना डीएम उमेश मिश्रा तक पहुंच गई। जीएसटी विभाग के ज्वाइंट कमिनश्र एसआईबी सिद्धेश दीक्षित के माध्यम से डीएम को पूरी जानकारी दी गई। टीम ने करीब पांच किलो चांदी को डीएम के आदेश पर कोषागार में जमा कराते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। मोबाइल यूनिट के सहायक आयुक्त नितिन कुमार बाजपाई को ज्वैलर की जांच में तीन फर्म मिली है, जिसमें दो फर्म धामपुर और एक फर्म बिजनौर के पते पर मिली है। पूर्व में कोई बिल भी ज्वैलर नही दे पाए हैं, जिस बाबत व्यापारी पर जुर्माना लगाया गया है। एसआईबी विंग के ज्वांइट कमिश्नर सिद्धेश दीक्षित ने बताया कि मोबाइल यूनिट द्वारा पकड़ी गई चांदी कोषागार में जमा करा दी गई है। नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।

अरिहंत ज्वैलर ने किया भौतिक सत्यापन, कीमत निकली 4.19 लाख
जीएसटी विभाग के अधिकारी ने बताया कि पकड़ी गई चांदी के बर्तन और अभूषणों का मुजफ्फरनगर के अरिहंत ज्वैलर से सत्यापन कराया गया। माल का शुद्ध वजन 3993.30 जीएम निकला, जिसका वर्तमान बाजारी मूल्य 4,19,265 रुपये निकला है। इसमें चांदी के बर्तन और ज्वैलरी के साथ पैकिंग मैटेरियल भी मिला है। बिजनौर के ज्वैलर के पास मेरठ के एक व्यापारी को विजिटिंग कार्ड भी मिला है। व्यापरियों को सात दिन में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
डीएम के पास वीसी में ही पहुंच गए व्यापारी
धामपुर के व्यापारी संदीप कुमार से बिना बिल के पकड़ा गया चांदी का माल रिलीज कराने के लिए कुछ व्यापारी डीएम उमेश मिश्रा के पास वीडिया कांफ्रेसिंग रूप में ही पहुंच गए। इस दौरान वहां डीएम के साथ एसएसपी संजय कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी भी बैठे मिले। इसी दौरान प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने पूरा मामले की मौके पर ही पड़ताल कर ली और बिल लेकर आने के निर्देश दिए।
