Muzaffarnagar: डीएम साहब, जान जोखिम में डालकर पढ़ने जा रहे भारतीय इंटर कालेज के विद्यार्थी


LP Live, Muzaffarnagar: पानीपत-खटीमा राजमार्ग वाहन चालकों के लिए सुविधा भरा साबित हुआ है, लेकिन इस बीच नंगला मंदौड में संचालित भारतीय इंटर कालेज के विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए बाधा उत्पन्न करने लगा है। पांच फिट गहराई में पहुंचे विद्यालय में जाने के लिए रास्ता तक नहीं है। कच्चे रास्ते और हाइवे को पैदल पा कर विद्यार्थी स्कूलों में पहुंच रहे हैं, जो उनकी जान जोखिम में डाल सकता है। इस संबंध में शिक्षक डीएम उमेश कुमार को मिलकर भी समस्या से अवगत करा चुके हैं।
कई वर्ष पुराना है इंटर कालेज, पढ़ते हैं 15 गांव के एक हजार से ज्यादा विद्यार्थी: नंगला मंदौड़ स्थित भारतीय इंटर कालेज कई वर्ष पुराना है। पानीपत-खटीमा राजमार्ग बनने से स्कूल गहराई में चला गया है, जिस कारण हाइवे से कूदकर विद्यार्थी और शिक्षक स्कूल में पहुंचते हैं। विद्यालय में पहुंचने के लिए साइड का रास्ता नहीं बनाया गया है, जिससे वहां जल निकासी की समस्या पैदा हो गई। इसके अलावा विद्यालय के शिक्षक और प्रधानाचार्य बताते हैं कि विद्यालय में आसपास के 15 गांव के विद्यार्थी विद्यालय में बढ़ने पहुंचते है। सामने की तरफ विद्यालय का खेल मैदान भी है, जहां हाइवे पार कर जाना पड़ता है। हाइवे अत्यधिक चलने के कारण बच्चों को सड़क पार करना खतरे से खाली नहीं है, जो बड़ी समस्या बना हुआ है। पिछले दिनो विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षक डीएम उमेश कुमार से मिलकर ज्ञापन दे चुके हैं, जिसमें छात्रों के सामने आ रही समस्या से अवगत कराया।

प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए हाइवे पर स्कूल आने-जाने के लिए फुटओवर ब्रिज निर्माण प्रशासन को बनवाना चाहिए। वहीं हाइवे से निचे उतकर विद्यालय से रास्ता बनाने की मांग उठाई गई। शिक्षकों का कहना है कि यह समस्या कभी भी हादसे का रूप ले सकती है। डीएम को शिकायत पत्र देने वालों में प्रधानाचार्य के साथ संजीव कुमार, दिनेश कुमार, अमित कुमार, प्रवीण, शारीरिक शिक्षक आकाश कुमार आदि शिक्षक शामिल रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
