गऊ हमारी भारतीय संस्कृति का गौरव-राजेन्द्र अंथवाल


LP Live, Muzaffarnagar: सनातन धर्म में गौ, गंगा और गायत्री का सम्मान सर्वोपरि है, इन तीनों का रक्षण प्रत्येक भारतीय को करना चाहिए। इस समय यह तीनों दयनीय स्थिति में है, यदि परिवार की उन्नति चाहते हैं तो गौ सेवा गंगा का शुद्धिकरण और गायत्री का उच्चारण यह तीनों महत्वपूर्ण है। उक्त विचार उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अंथवाल ने महामृत्युंजय सेवा मिशन कार्यालय पर प्रकट किये।
देहरादून से पधारे पंडित राजेंद्र अंथवाल ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति का प्राण है। गोवंश इस समय दुर्दशा के दौर से गुजर रहा है। कलयुग में जहां मशीनी युग आ ही गया है, इससे गोवंश का तिरस्कार हो रहा है। कहा, यदि कहीं बीमार या असहाय गाय या गोवंश पड़ा दिखाई दे तो तुरंत इस पर कार्रवाई होती है। इस अवसर पर महामृत्युंजय सेवा मिशन अध्यक्ष महामंडलेश्वर संजीव शंकर ने राजेंद्र अंथवाल का अभिनंदन करते हुए कहा कि देसी गाय का संरक्षण होना चाहिए, देसी गाय के गोबर और मूत्र इत्यादि से कैंसर जैसे बैक्टीरिया भी मर जाते हैं ऐसा शोध ग्रंथ कहते हैं, इस अवसर पर मुख्य रूप से अरुण शास्त्री, मनमोहन शर्मा, अश्वनी शर्मा, राजेश कुमार बंटी इत्यादि उपस्थित रहे।
