
लोकपथ लाइव, मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर को स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे टॉप जिलों में शामिल रहने की वास्तविक स्थित सीआरएम टीम के रजिस्टर में बंद हो गई। अब इस स्थिति की रिपोर्ट स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव के पास पहुंचेगी। रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिए लखनऊ में विभाग के अपर सचिव के साथ स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की बैठक होगी। इसमें मुजफ्फरनगर से मूल्यांकित की गई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा होगी, जिसमें मुजफ्फरनगर सीएमओ, सीएमएस को भी शामिल किया जाएगा। टीम बुधवार को तीन दिन निरीक्षण के बाद वापस लौट गई।
सोमवार से मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल में निरीक्षण कर सेवाओं व योजनाओं का मूलयांकन करने के लिए केंद्र व राज्य की कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) टीम जिले में आई थी। सोमवार से बुधवार तक टीम ने अपना निरीक्षण कार्य पूर्ण किया। अंतिम दिन बुधवार को गंगा स्नान के अवकाश के बाद भी कार्यालय खुला और टीम ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों व चिकित्सकों, स्टाफ के साथ बैठक की। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत गठित 17वीं कॉमन रिव्यू मिशन टीम ने इस दौरान विभागीय अधिकारियों को बताया कि टीम का उद्देश्य जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, उपलब्ध संसाधन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन तथा मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का मूल्यांकन करना रहा है।
सीएमओ डा. सुनील कुमार तेवतिया ने बताया कि टीम में एनसीडीएम की संयुक्त निदेशक डॉ. सिम्मी तिवारी, एनएचएम से मौतुसी देबनाथ, डॉ. विनीत कुमार पाठक नीरज गौतम व निशांत शर्मा ने राज्य स्तर से डॉ. मनोज शुक्ला, डॉ. सुनील वर्मा, डॉ अमित सिंह व संदीप कनौजिया शामिल रहे। इन्होंने दोनों अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया है। सीएमओ ने बताया कि टीम मूल्यांकन के बाद बुधवार को वापस लौट गई। अब अपर मुख्य सचिव के साथ बैठक होगी, जिसके आधार पर सभी बिंदुओं पर चर्चा होगी।
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