जीएसटी विभाग के मुजफ्फरनगर में पांच सेक्टर बंद, अन्य में हुए मर्ज


LP Live, Muzaffarnagar: स्टेट जीएसटी विभाग में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या कम होने के चलते मुख्यालय के आदेश पर जिले में पांच सेक्टर खत्म कर दिए गए हैं। खतौली सहित शहर को मिलकर 10 सैक्टरों में बंटा मुजफ्फरनगर अब पांच सैक्टरों से संचालित होगा। बंद किए गए पांच सैक्टरों के अधिकारियों को भी अन्य जिलों में भेज दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में स्टेट जीएसटी विभाग स्टाफ को कम कर खर्चे घटाने और आय बढ़ाने पर काम कर रहा है। इसी प्रक्रिया में वर्ष 2025-26 में मुजफ्फरगनर का स्टाफ घटाने के साथ पांच सेक्टरों को बंद कर शेष पांच सेक्टरों में उनका क्षेत्र मर्ज कर दिया है। विभाग ने यह कार्रवाई करते हुए स्टाफ की मैन पावर को भी कम किया है। बंद हुए पांच सैक्टरों की उपायुक्त, सहायक आयुक्तों का स्थानांतरण अन्य जनपदों में कर दिया है। विभाग अधिकारियों के अनुसार मुजफ्फरनगर में पूर्व में बना सैक्टर पांच, सैक्टर सात, सैक्टर चार, छह व आठ तथा खतौली के सैक्टर दो को बंद किया है। इन क्षेत्रों के उपायुक्त और सहायक आयुक्त को जिले से फ्री कर अन्य जिलों में भेजा गया है। इससे विभागीय अधिकारियों पर काम को बोझ बढ़ा है, लेकिन विभाग के प्रमुख सचिव से कम लोगों से ज्यादा काम लेने की प्रक्रिया के तहत इस योजना से सैक्टरों को घटाया है।

इन सैक्टरों में मर्ज हुए बंद हुए सैक्टर: सैक्टर एक क्षेत्र में सैक्टर पांच को मर्ज किया है। सैक्टर दो में सैक्टर सात को मर्ज किया है। सैक्टर तीन में सैक्टर चार, सैक्टर चार नया बनाते हुए इसमें सैक्टर छह और आठ का क्षेत्र मर्ज किया गया है। वहीं खतौली में एक ही सैक्टर बचा है, जिसमें सैक्टर को क्षेत्र मर्ज किया गया है।
अधिकारीने ने कहा: “मुख्यालय के आदेश पर सैक्टरों को अन्य सैक्टरों में मर्ज किया गया है। जिले में 10 सैक्टरों से घटकर पांच सैक्टर बचे हैं। अन्य सैक्टरों के क्षेत्र को इन्हीं पांच सैक्टरों में मर्ज किया है। उपायुक्त और सहायक आयुक्तों के अन्य जिलों में स्थानांतरण भी हो गए हैं।“
- सिद्धेश दीक्षित, ज्वाइंट कमिश्नर स्टेट जीएसटी
