LP Live, Raipur: छत्तीसगढ़ में बीजापुर-सुकमा सीमा के पास नक्सलवादियों के केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) पर बड़ा हमला किया। इस दौरान नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए और 14 अन्य घायल हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ में मंगलवार को सुकमा-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में नक्सलियों ने सुबह सीआरपीएफ कैंप पर उस समय हमला कर दिया, जब सुरक्षा बल एक सिक्योरिटी कैम्प बनाने का काम कर रहे थे, जिसमें नक्सली गतिविधि पर अंकुश लगाने और क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ग्राम टेकलगुडेम में नेवीव सुरक्षा शिविर तैयार की गई। इस कैंप के तैयार होने के बाद नक्सलियों ने जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में गश्त करते कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी बल पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और नक्सलियों की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिससे वे भाग गए और जंगल में छिप गए। इस मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गये और 14 अन्य घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है।
यहीं शहीद हुए थे 23 जवान
सूत्रों के अनुसार बीजापुर-सुकमा सीमा पर जोनागुड़ा और अलीगुड़ा के पास नक्सलियों के साथ गोलीबारी में तीन जवानों ने अपनी जान गंवाई दी, जबकि 14 जवान घायल हुए हैं। आईजी बस्तर पी सुंदरराज के अनुसार यह वही जगह है, जहां 2021 में 23 जवानों की जान गई थी। सूत्रों के अनुसार सुकमा के थाना जोनागुड़ा इलाके में नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए मंगलवार (30 जनवरी) को ही सुरक्षा कैंप लगाया गया था। कैंप के बाद सीआरपीएफ के कोबरा जवान जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान जवानों के ऊपर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी। जिसके बाद जवानों ने हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए जवाबी गोलीबारी की