मुजफ्फरनगर में 11 परिषदीय स्कूलों में चार दीवारी और गेट तक नहीं, बजट का इंतजार


LP Live, Muzaffarnagar: ग्रीष्मकालीन अवकाश के बीच चार दीवारी और गेट लगाकर परिषदीय स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की तैयारी बेसिक शिक्षा विभाग की इस बार भी अधूरी रह जाएगी। बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बिना चार दीवारी और गेट विहीन विद्यालयों को चिन्हित कर लिया है, लेकिन इनके कार्य के लिए बजट का अभाव विकास में रोड़ा बनकर खड़ा हो गया है। मुजफ्फरनगर में अभी भी 11 परिषदीय विद्यालय बिना गेट और चारदीवारी के बिना चल रहे हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से बच्चों के लिए खतरा बन सकते हैं।
मुजफ्फरनगर जिले में 950 से अधिक परिषदीय विद्यालय संचालित है। परिषदीय विद्यालयों में सुविधाएं बढ़ाने और सुरक्षा की दृष्टि से विद्यालयों की चारदीवारी कर वहां गेट की व्यवस्था शासन ने अनिवार्य कर दी थी। चार दीवारी की उचाई सहित अन्य मानक भी जारी किए थे। तमाम कोशिशों की बाद अभी तक जिले में सभी परिषदीय विद्यालयों में चार दीवारी और गेट लगाने का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। ग्रीष्मकालीन अवकाश की छुट्टियों बीएसए संदीप कुमार ने खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों के चार दीवारी विहीन विद्यालय चिन्हित करने के निर्देश दिए थे। इसमें 11 विद्यालय ऐसे सामने आए, जिनमें चार दीवारी नहीं होने से सुरक्षा चूक है। खास बात यह है कि यह सभी विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित है। हालांकि जानसठ बीईओ ने पुरकाजी और जानसठ में ऐसे भी विद्यालय चिन्हित किए हैं, जिनमें चाद दीवारों मानकों के अनुरूप नहीं है, जिन्हें अब मानकों अनुरूप कराने की तैयारी शुरू हो गई है।

इन परिषदीय विद्यालयों में नहीं है चारदीवारी और गेट
मुजफ्फरनगर में 11 विद्यालय चार दीवारी और गेट विहीन चिन्हित हुए हैं। इसमें बुढ़ाना का तांडा माजरा उच्च प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय तोडा, तोडा-1, चरथावल में कंपोजिट विद्यालय बुढ़ाखेड़ा, खतौती में उच्च प्राथमिक विद्यालय अंबीरपुर, कैलाशनगर, मोरना के प्राथमिक विद्यालय मीरावाला, पुरकाजी में कंपोजिट विद्यालय हरिनगर, पीएस फरखपुर, मारकपुर और शेरपुर नगला है।बीएसए संदीप कुमार का कहना है कि जनपद के अधिकतर परिषदीय विद्यालयों में चार दीवारी और गेट लगे हुए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा मिली रिपार्ट में अभी 11 विद्यालयों में चार दीवारी और गेट नहीं है। बजट जारी होने पर शेष विद्यालयों में भी चार दीवारी और गेट लगाने का कार्य होगा।
