हरिद्वार में कावड़ यात्रा मेला की व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने कावड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
LP Live, Haridwar: श्रावण में कावड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार में व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां शुरु कर दी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कावड़ यात्रा की व्यवस्था को दुरस्त रखने की दिशा में समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये
हरिद्वार में मेला नियंत्रण कक्ष में शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अधिकारियों को कावड़ मेला आरंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इस बैठक में जनप्रतिधियों ने भी हिस्सेदारी की। बैठक में धामी ने कावड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की हर सुविधाएं उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी करने के साथ साफ सफाई पर विशेष फोकस रखने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थलों पर जहां आवश्यकता हो इंरलाकिंग टाइल्स लगाई जायें, ताकि पार्किंग में कीचड़ जैसे हालातों से बचा जा सके। वहीं उन्होंने सीसीटीवी लगाकर व्यवस्थाओं की निगरानी और नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कावड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी सम्बन्धित अधिकारी अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा एवं सजगता से करे। सीएम धामी ने कावड़ यात्रा मार्ग पर तथा पार्किंग स्थलों पर साइनेज प्रकाश एवं स्वच्छता आदि को भी कारगर व्यवस्था बनाये जाने के निर्देश जारी किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु करेंगे। धामी ने बैठक में अधिकारियों से नीलकण्ठ महादेव की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखने के निर्देश दिये।
कावड़ियों के लिए एडवाइजरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो इसके लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाओं एवं सामग्रियों को भेजने के लिए कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। वहीं वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाने और कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट तैयार करने के भी निर्देश दिये गये।