संसद में विपक्ष का अधीर के निलंबन पर हंगामा
लोकसभा में पीएम पर टिप्पणी करने पर हुआ निलंबन


हंगामे के बीच लोकसभा में पेश हुए दो विधेयक
LP Live, New Delhi: संसद के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन भी दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के विरोध को लेकर हंगामा कयिा, जिसके कारण सदन की बैठक शुरु होते ही कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। प्रधानमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर निलंबित किये गये कांग्रेस नेता अधीर रजंन के खिलाफ कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए विपक्षी दलों ने इस विषय को उठाने का प्रयास किया।
संसद के मानसून सत्र में शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्षी दलों ने पीएम पर टिप्पणी करने पर ध्वनिमत से पारित प्रस्ताव के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित करने का विरोध करना शुरु कर दिया और इस निलंबन को अंसैवाधिनक बताते हुए इस विषय को उठाने का प्रयास किया। नारेबाजी के साथ विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक मिनट बाद ही 12 बजे तक और फिर 12.30 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। गौरतलब है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कल हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर की गई कुछ टिप्पणियों और उनके आचरण के कारण बृहस्पतिवार को उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ इस मामले को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया। उनके निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने गुरुवार को लोकसभा में पेश किया था, जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दी। जबकि इससे पहले विपक्ष मोदी के बयान के दौरान ही सदन का वाकआउट करके बाहर जा चुका था।

समिति की रिपोर्ट तक निलंबन लागू
इस प्रस्ताव के अनुसार विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक कांग्रेस नेता चौधरी सदन की कार्यवाही से निलंबित रहेंगे। कांग्रेस ने चौधरी को निलंबित किए जाने को ‘अलोकतांत्रिक’ और ‘निरंकुश’ कदम करार दिया है, वहीं चौधरी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री का अपमान नहीं किया, बल्कि उदाहरण के तौर पर कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया था।
लोकसभा में पेश हुए दो विधेयक
लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी संशोधन विधेयक, 2023 पेश किया। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी लोकसभा में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) में संशोधन भी पेश किया। गृहमंत्री ने कहा कि इसका अध्याय महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित है। अध्याय 2 हत्या और इसी तरह के अपराधों से संबंधित है। तीन विधेयक स्थायी समिति को भेजे जा रहे हैं।
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राज्यसभा में उठा अधीर के निलंबन का मुद्दा
राज्यसभा में भी प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड किए जाने का मुद्दा उठाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज अंतिम दिन है और इतने लोगों को इस सदन से सस्पेंड किया गया और प्रिविलेज कमेटी को रेफर किया गया। 6 लोगों को किया गया। वहां पर अधीर रंजन चौधरी जो विपक्ष के नेता हैं, उन्हें भी सस्पेंड किया गया।
सत्तापक्ष ने जताई आपत्ति
उच्च सदन में जब कांग्रेस नेता खरगे ने लोकसभा में अधीर रंजन को निलंबित करने का मुद्दा उठाया तो सत्तापक्ष के सदस्य आपत्ति जताने लगे। खरगे ने कहा कि अरे, संविधान में दोनों हाउस है। एक हाउस नहीं है। सभापति ने सत्तापक्ष के सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद धनखड़ ने सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि प्लीज विपक्ष के नेता को ध्यान से सुनिए।
