सनातन भारत का सच्चा इतिहास लिखना जरुरी: आर्लेकर
राज्यपाल ने किया ‘फौज: भ्रान्तियों से यथार्थ की ओर’ का विमोचन
प्रगति मैदान में पुस्तक प्रेमियों की उमड़ रही है भीड़
LP Live, New Delhi: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे पुस्तक मेले में मंगलवार को बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किताब वाले प्रकाशन समूह द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘नेता जी, आजाद हिन्द सरकार और फौज:भ्रान्तियों से यथार्थ की ओर’ का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस बदलते समय में सनातन भारत का सच्चा इतिहास लिखने की जरूरत है।
यहां प्रगति मैदान में आयोजित पुस्तक मेले में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजादी के बाद से ही देश में गलत इतिहास लिखा और पढ़ाया जा रहा है। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना आजाद, रासबिहारी बोस, भगत सिंह आदि की उपेक्षा किसी से छिपी नहीं है। समारोह की अध्यक्षता पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना के कुलपति डॉ प्रो आरके सिंह ने की। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक डॉ कपिल कुमार, अनुवादक सुशील कुमार तिवारी, प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक प्रशान्त जैन, शिक्षाविद् अनूप भटनागर आदि मौजूद रहे।
अंग्रेजी की अनिवार्यता खत्म हो: वैदिक
पुस्तक मेले में वरिष्ठ लेखक एवं पत्रकार वेदप्रताप वैदिक ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में अंग्रेजी की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए। उन्होंने यहां राकेश पाण्डेय द्वारा सम्पादित पुस्तक ‘हिन्दी और आठवीं अनुसूची विमर्श’ पुस्तक के विमोचन किया। उन्होंने कहा कि बोलियों को खण्ड खण्ड में बांटकर हिन्दी भाषा को कमजोर किया जा रहा है। बोलियां खंभे हैं और हिन्दी भाषा छत है। हिन्दी हजारों बोलियों का समुच्चय है। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ लेखक और भाषाविद ओम निश्चल ने हिन्दी की अनिवार्यता बढ़ाने पर जोर दिया। समारोह को वरिष्ठ साहित्यकार अनिल जोशी व साहित्यकार प्रेम पाल शर्मा और कवि पवन विजय ने भी सम्बोधित किया।