यूपी: श्रमिकों के बच्चों के लिए कहां मिलेगी निशुल्क शिक्षा
अटल आवासीय विद्यालयों में शुरु हुआ सत्रों का शुभारंभ


नवोदय विद्यालय की तर्ज पर मिलेगी निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ
LP Live, Lucknow: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालयों का सोमवार को सत्र शुरु हो गया है। विद्यालयों में शिक्षकों ने माता-पिता की आंखों में आँसू, बच्चों के खिलखलाते चेहरे और हाथ में माला लेकर स्वागत किया।
उत्तर प्रदेश के सभी मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों के सत्रारंभ के दौरान जहां निर्माण श्रमिकों, कोरोना काल में निराश्रित और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चे नवोदय विद्यालय की तर्ज पर निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने पहुंचे। वहीं अपने नौनिहालों का हाथ पकड़कर विद्यालय में आए अभिभावकों का शिक्षकों ने स्वागत किया। अभिभावक भी विद्यालयों में क्लास रूम, हॉस्टल रूम, मेस की व्यवस्थाओं को देखकर आश्चर्यचकित नजर आए। यह देखकर श्रमिक अभिभावकों की आंखों में खुशी के आँसू भी देखने को मिले, जहां उनके अपने बच्चों को शिक्षित करने के सपने साकार होने जा रहे हैं।

अधिकारियों ने बढ़ाया उत्साह
प्रदेश के अलग-अलग मंडलों में निर्मित इन विद्यालयों में कक्षा छह में 80 विद्यार्थियों का प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला हुआ है, जिसमें 40 बालिकाएं और 40 बालक हैं। विद्यालयों में आयोजित हुए सत्रारंभ के कार्यक्रमों में जनपद और मंडलीय स्तर के अधिकारी भी शामिल हुए। उन्होंने विद्यार्थियों व अभिभावकों से संवाद कर उनका उत्साह बढ़ाया। इन विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों को निशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रहने व खानपान की व्यवस्था की गई है। यह विद्यालय श्रमिकों के बच्चों के साथ-साथ बेसहारा बच्चों के सपनों को नई उड़ान देगा और उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाएगा, जो प्रदेश एवं देश के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे।
वाराणसी के करसड़ा में शुरू हुआ विद्यालय
वाराणसी के करसड़ा में अटल आवासीय विद्यालय 66.54 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है। विद्यालय में गंगा, यमुना, सरस्वती और गोमती चार हाउस बनाए गए है। आज से यहां का भी पहला सत्र प्रारंभ हो गया। इस दौरान अपने बेटे को कंप्यूटर की शिक्षा दिलाने की चाह लेकर पहुंचे चंदौली के श्रमिक असलम ने कहा कि उनका बेटा अच्छे स्कूल में पढ़ना चाहता था, लेकिन आय कम होने से ऐसा हो पाना कठिन था। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने मेरे परिवार का सपना साकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि इस विद्यालय का आधिकारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 23 सितम्बर को प्रस्तावित है, लेकिन आज से यहां भी सत्र शुरू हो गया।
