
पिछले रबी विपणन वर्ष 2024-25 में हुई थी 9.31 लाख मीट्रिक टन की गेहूं खरीद
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश में किसानों के हित मे चल रही योगी सरकार की नीतियां अन्नदाता किसानों के लिए लाभ का सबब बन रही हैं। योगी सरकार के निर्देशन में गेहूं खरीद में पिछले साल के 9.31 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद के मुकाबले इस रबी विपणन वर्ष 2025-26 यह खरीद बढ़कर 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक रही। खरीद के बदले प्रदेश के 2,00,541 किसानों को 2508.26 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गेहूं खरीद बढ़ाने के लिए मोबाइल क्रय केंद्र गांवों तक पहुंचे। रबी विपणन वर्ष (2025-26) में 17 मार्च से प्रारंभ हुई गेहूं खरीद 15 जून तक चली। खरीद 5853 क्रय केंद्रों के माध्यम से हुई। प्रदेश के दो लाख से अधिक किसानों से 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक की गेहूं खरीद की गई। गेहूं बिक्री करने वाले किसानों को सरकार की ओर से 2508.26 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गेहूं खरीद के दौरान एक तरफ जहां सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक प्रतिदिन क्रय केंद्र खुले रहे। वहीं अवकाश में भी गांव-गांव पहुंचकर अफसरों ने किसानों से संपर्क-संवाद स्थापित किया।

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई खरीद
केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए 2425 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है। पिछले वर्ष यह मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंतल था। इस बार सरकार ने 150 रुपये प्रति कुंतल में वृद्धि की। खाद्य व रसद विभाग ने गेहूं के मूल्य भुगतान सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से सीधे किसानों के आधार लिंक खाते में 48 घंटे के अंदर करने की व्यवस्था बनाई थी। इस वर्ष मोबाइल केंद्र के माध्यम से गांवों में जाकर भी किसानों से गेहूं खरीद की गई।











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