

विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दी बधाई, जेजेपी विधायक सदन से नदारद रहे
LP Live, Chandigarh: हरियाणा में भाजपा व जेजेपी गठबंधन टूटने के बाद नए मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेने वाले भाजपा के नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया है। शपथ ग्रहण करने के बाद बुधवार को बुलाए गये विधानसभा सत्र में सीएम नायब सैनी ने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया, जिस पर चर्चा के बाद वोटिंग में सैनी की नई सरकार विश्वासमत हासिल करने में सफल रही। वहीं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने सदन में ऐलान किया कि वे करनाल विधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं।
भाजपा ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले अपनी सरकार का चेहरा बदलकर जो रणनीति अपनाई है, उसमें वह खरी उतरी है। सीएम मनोहरलाल के कैबिनेट समेत मंगलवार को इस्तीफा देने के बाद भाजपा विधायक दल के नेता के रुप में सांसद एवं भाजपा के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी को नेता चुना गया था, जिन्हें पांच कैबिनेट मंत्रियों के साथ शाम को शपथ दिलाई गई। नए मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया, जिसमें उन्होंने विश्वासमत का प्रस्ताव पेश किया, जिसका समर्थन निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत ने किया। विश्वासमत के प्रस्ताव पर करीब दो घंटा चली चर्चा के बाद वोटिंग हुई। इससे पहले जारी किये गये व्हिप के कारण सदन में पहुंचे जेजेपी के चार विधायक जोगीराम सिहाग, देवेंद्र बबली, ईश्वर सिंह और रामकुमार गौतम भी सदन से बाहर चले गये, जिनके साथ निर्दलीय विधायक बलराज कुंडु ने भी वाकआउट कर दिया।

निर्दलीय विधायकों ने दिया समर्थन
राज्यपाल को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 48 विधायकों के समर्थन की सूची सौंपी थी। सदन में वोटिंग के दौरान नायब सैनी की नई सरकार के प्रस्ताव के पक्ष में 48 मत पड़े और वह विश्वासमत हासिल करने में सफल रही। सदन में भाजपा के 41 के अलावा छह निर्दलीय और हविपा के गोपाल कांडा का सैनी को समर्थन मिला। इससे पहले सदन में प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान नए सीएम ने मनोहर लाल के कामों की जमकर तारीफ की। जबकि कांग्रेस के पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा ने जेजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जेजेपी द्वारा व्हिप जारी कर सदन से अनुपस्थित रहना यह साबित करता है कि जेजेपी एक रणनीति के तहत भाजपा से मिली हुई है।
अनिल विज भी सदन में पहुंचे
नायब सैनी के सीएम बनने के बाद पहली बार मीडिया के सामने हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के भक्त हैं। परिस्थितियां बदल सकती हैं लेकिन वह पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे। विज ने फ्लोर टेस्ट को लेकर कहा कि उन्होंने हर परिस्थिति में भाजपा के लिए काम किया है और अभी भी करेंगे।
मनोहर लाल ने करनाल विधानसभा सीट से दिया इस्तीफा
मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले मनोहर लाल ने हरियाणा की करनाल विधानसभा सीट से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसका एलान सदन में किया। इससे पहले मंगलवार को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने हरियाणा में चौंकाने वाला फैसला लिया। जननायक जनता पार्टी (जजपा) से गठबंधन तोड़ते हुए मनोहर लाल की जगह प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को नया मुख्यमंत्री बनाया।
हाई कोर्ट में याचिका दायर
नायब सैनी को सीएम बनाने के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में एक याचिका डाली गई है। जिसमें सैनी पर आरोप है कि नियुक्ति नियमो के खिलाफ हुई है। वर्तमान में हरियाणा विधानसभा के 90 सदस्य हैं अगर मुख्यमंत्री सदन में उपस्थित होते हैं तो संख्या 91 हो जाती है। हाई कोर्ट से आग्रह किया गया कि सैनी की नियुक्ति को रद्द किया जाए। मनोहर लाल के विधानसभा सदस्यता से इस्तीफे के बाद इस याचिका पर असर पड़ना तय है, वहीं नायब सैनी के लिए करनाल सीट खाली हो गई है।
