तीन साल का होगा वित्तीय सेवाओं के अनुभवी मल्होत्रा का कार्यकाल
LP Live, New Delhi: भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर के रुप में संजय मल्होत्रा ने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। वे रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर होंगे। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है, जिसमें उनका वित्तीय सेवाओं का अनुभव भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के लिए नई दिशा तय करेगा।
आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा इससे पहले मल्होत्रा के पास वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में अत्यधिक अनुभव है। उन्होंने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के तौर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। उनके अनुभव को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीन साल के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है, जिन्होंने अभी तक गवर्नर रहे शशिकांत दास के स्थान पर 26वें गवर्नर के रुप में पदभार संभाल लिया है। वहीं उन्हें केंद्र और राज्य सरकारों में टैक्स और वित्तीय मामलों का भी गहरा अनुभव है। शक्तिकांत दास का कार्यकाल भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में 2018 में शुरू हुआ था और उनके कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लिए गए। गवर्नर बनने से पहले वे वित्त मंत्रालय में सचिव (राजस्व) थे।
कौन हैं संजय मल्होत्रा
राजस्थान कैडर में 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है। वहीं अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। मल्होत्रा ने पॉनर, फाइनेंस और टैक्सेशन, आईटी, माइनिंग समेत विभिन्न क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है। वर्तमान में वे वित्त मंत्रालय में सचिव (राजस्व) हैं। अपने 33 वर्षों से अधिक के करियर में उन्होंने पिछले दिनों भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग में सचिव का पद संभाला था। उन्हें राज्य और केंद्र सरकार में फाइनेंस और टैक्सेशन में व्यापक अनुभव है।