दिल्ली-एनसीआरदेशराजनीतिव्यापारहरियाणा

जल्द मिलेगा देश का पहला एलिवेटेड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे

आगामी अप्रैल 2024 में लगभग पूरा हो जाएगा निर्माण: गडकरी

दिल्ली के अलावा हरियाणा को मिलेगी बड़ी सहूलियतें
LP Live, New Delhi: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 9000 करोड़ रुपये की लागत से 29.6 किलोमीटर लंबाई का देश का पहला एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल द्वारका एक्सप्रेसवे अप्रैल 2024 में लगभग पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 18.9 किमी सिंगल पिलर और दिल्ली में 10.1 किमी लंबे सिंगल पिलर पर 34 मीटर चौड़ा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।

गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सांसद प्रवेश सिंह वर्मा और सांसद रमेश बिधूड़ी के साथ इस एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे का सड़क नेटवर्क चार स्तरों का है। उन्होंने कहा कि टनल, अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर थ्री लेन सर्विस रोड का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस एक्सप्रेसवे पर देश की सबसे चौड़ी 3.6 किलोमीटर लंबी 8 लेन की सुरंग बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे हरियाणा और पश्चिमी दिल्ली के लोगों का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से संपर्क बेहतर होगा। गडकरी ने कहा कि हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे हरसरू के पास पटौदी रोड (एसएच-26) और बसई के पास फरुखनगर (एसएच-15ए) पर मिलेगा, इसके अलावा यह गुड़गांव सेक्टर-88 (बी) के पास दिल्ली-रेवाड़ी रेल लाइन और भरथल में यूईआर-II को क्रॉस करेंगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे गुड़गांव के सेक्टर-21 को सेक्टर-88, 83, 84, 99, 113 और द्वारका को ग्लोबल सिटी से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस पूरे एक्सप्रेसवे में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) सुविधा होगी।

चार पैकेज में कितना हुआ काम
चार पैकेज में बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली में 2507 करोड़ रुपए की लागत से और 5.9 किमी लंबाई के महिपालपुर के शिव मुर्ति से बिजवासन तक के खंड का 60 फीसदी कार्य पूर्ण हुआ है। 2068 करोड़ रुपए की लागत से 4.2 किमी लंबे बिजवासन आरओबी से गुरुग्राम में दिल्ली-हरियाणा सीमा तक के खंड का 82 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है। गुरुग्राम में 2228 करोड़ रुपए की लागत से 10.2 किमी लंबाई के दिल्ली-हरियाणा सीमा से बसई आरओबी तक के खंड का 93 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ है और 1859 करोड़ रुपए की लागत से 8.7 किमी लंबाई के बसई आरओबी से खेरकी दौला (क्लोवरलिफ इंटरचेंज) तक के खंड का 99 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है।

20 लाख घन मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल
केंद्रीय मंत्री गडकरी के अनुसार अनेक विशेषताओं से बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में 2 लाख मैट्रिक टन स्टील का उपयोग हो रहा है, जो एफिल टॉवर में इस्तेमाल हुए स्टील से 30 गुना अधिक है। एक्सप्रेसवे के निर्माण में 20 लाख घन मीटर कंक्रीट का उपयोग किया जा रहा है, जो बुर्ज खलिफा में इस्तेमाल हुए कंक्रीट से 6 गुना अधिक है। देश में पहली बार इस एक्सप्रेसवे में 12 हजार वृक्षों का ट्रान्सप्लांट किया गया है। दिल्ली- गुड़गाव के बीच प्रतिदिन वाहनों का भारी दबाव रहता है, जिससे इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। द्वारका एक्सप्रेसवे बनने से इस मार्ग में जाम की समस्या हल होगी।

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button