जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन ने मचाई तबाही, तीन लोगों की मौत
रामबन जिले में 40 मकान क्षतिग्रस्त होने से भारी नुकसान, राष्ट्रीय राजमार्ग जलमग्न व अवरुद्ध


बचाव व राहत कार्य के दौरान सैकड़ो लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा
LP Live, Jammu: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में तेज बारिश और बादल फटने, ओलों की बारिश और भूस्खलन से भारी तबाही मची और अचानक बाढ़ आ गई। इस तबाही में कम से कम 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गये और तीन लोगों की मौत हो गई है। राहत व बचाव कार्य में जुटे प्रशासन और राहत टीमों ने सैकड़ो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
उत्तरी भारत में मौसम विभाग पहले ही पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और इसके कारण पहाड़ी क्षेत्रों में के लिए चेतावनी दी थी, जो जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में देखने को मिली। मसलन 19 अप्रैल की रात से तेज हवाओं के साथ लगातार मूसलधार बारिश हो रही है। इस बारिश ने ऐसी तबाही मचाई कि रामबन जिले में बादल बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई और भूस्खलन के कारण सड़कों से लेकर घरों तक में पानी भर गया और मुख्य सड़कें और गली-मोहल्लें तक पानी में डूबते नजर आए। यहां तक कि नाशरी से बनिहाल तक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और कीचड़ धंसने (मडस्लाइड) की घटनाएं हुईं, जिससे यातायात दोनों ओर बंद हो गया है। जहां सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं और जरूरी सामानों की सप्लाई भी बाधित हो गई है। रामबन के सेरी बगना इलाके में बादल फटने की घटना हुई है, जिसके बाद हालात और भी ज्यादा खराब हो गए हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की घटनाएं भी हुई हैं, जिससे रास्ते बंद हो गए हैं और लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इस आपदा में कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है।

कई दर्जन घर क्षतिग्रस्त
रामबन जिले के कई इलाकों में घरों में पानी घुसने के कारण बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को बचाने का काम किया गयाग, लेकिन अनेक दुकाने व घर पानी के बाहव के कारण बह गये, जिससे भारी नुकसान हो गया। हालांकि जिला प्रशासन राहत और बचाव के कार्य में जुटा हुआ है, लेकिन लगातार बारिश के कारण इसमें बाधा भी आ रही है। राहत टीमों ने अभी तक फंसे सैकड़ो लोगों निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत होने की पुष्टि की गई है।
प्रभावित परिवारों को सहायता
उधमपुर के भाजपा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि बीती रात रामबन क्षेत्र में भारी ओलों की बारिश, तेज हवाएं और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है और दुर्भाग्यवश तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ परिवारों को संपत्ति का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि वे रामबन के उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी से संपर्क में हैं और जिला प्रशासन की तत्परता और सराहनीय कार्रवाई की प्रशंसा की, जिसने कई जानें बचाईं। वहीं उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को सभी प्रकार की सहायता दी जा रही है, चाहे वह आर्थिक हो या कुछ भी हो। यदि जरूरत पड़ी तो सांसद निधि से व्यक्तिगत रूप से भी सहायता प्रदान की जाएगी।
सीएम अबदुल्ला आपदा से व्यथित
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा- रामबन में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की दुखद घटना से बेहद व्यथित हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं ताकि राहत और बचाव कार्यों को तुरंत अंजाम दिया जा सके। उन्होंने बताया कि आज वे खुद राहत, बहाली और पुनर्वास की योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
