भाजपा 64 और जेडीएस 20 सीटों पर सिमटी
LP Live, Bangluru:हिमाचल प्रदेश के बाद अब कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया है। अब देाश में कांग्रेस की चार राज्यों में सरकार है और तीन राज्यों में सहयोगी दल की भूमिका में सत्तासीन है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार और एक दूसरे पर शब्दबाणों के प्रहार से मुकाबला दिलचस्प हो गया था। कर्नाटक के चुनाव ने कांग्रेस को संजीवनी देने का काम किया है। हालांकि कर्नाटक में भी हिमाचल की तरह भाजपा व कांग्रेस में एक दूसरे को जनादेश मिलने का सिलसिला चला आ रहा है, लेकिन भाजपा इस बार अपनी सत्ता बरकरार रखकर इस मिथका को ताड़ने का प्रयास कर रही थी, लेकिन राज्य की जनता ने ऐसा नहीं होने दिया और कांग्रस को बहुमत के साथ जनादेश दिया। 224 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 136 विधायक जीते हैं, जबकि भाजपा के 64 प्रत्याशी ही जीत हासिल कर पाए हैं। जबकि जेडीएस 20 सीटों पर सिमटकर रह गया है। कर्नाटक कांग्रेस के लिए अस्तित्व का सवाल बन गया था। इससे पहले कांग्रेस 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा था। कर्नाटक के अलावा कांग्रेस राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में बहुमत के साथ सत्ता में है।
2018 में सभी बहुमत से रहे दूर
इससे पहले 2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, हालांकि वह बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई थी। तो ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बना ली। भाजपा ने 104, कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटें जीतीं थीं। कांग्रेस ने जेडीएस के कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बना दिया। इस तरह से दूसरी बार कुमारस्वामी कम सीटों के बावजूद मुख्यमंत्री बनने में कामयाब हुए। लेकिन यह गठबंधन ज्यादा नहीं चल पाया और 2019 में कांग्रेस और जेडीएस के 15 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद हुए फ्लोर टेस्ट में पार्टी 99-105 से हार गई और सरकार गिर गई। इसके बाद गवर्नर ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने का आमंत्रण दिया और भाजपा ने सरकार बना ली।