एक जुलाई से शुरु होगी अमरनाथ यात्रा
वरिष्ठ अधिकारियों ने लिया तैयारियों का जायजा
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने जारी की नियमों की गाइड लाइन
LP Live, Lucknow: एक जुलाई को शुरु हो रही अमरनाथ यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किये गये इंतजामों और उनकी सुरक्षा जैसे मामलों को लेकर पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इस 62 दिन की यात्रा की तैयारियों का वरिष्ठ अधिकारियों ने जायजा लिया। वहीं अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने नियमों के लिए दिशानिर्देश जारी किये हैं।
जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आरके गोयल ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्य सचिव गोयल ने पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनदीप भंडारी के साथ पहलगाम पहुंचकर यात्रियों के लिए ननवान, चंदनवारी आधार शिविरों में सुविधाओं के लिए की गई व्यवस्थाओं को भी देखा। श्राइन बोर्ड के अनुसार अभी तक अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो चुका है, जो पिछले साल की यात्रा के मुकाबले दस फीसदी ज्यादा है। इस साल कठुआ से लेकर पवित्र गुफा तक एक साथ 70 हजार यात्रियों के ठहरने का इंतजाम किया गया है। इस बार भी पवित्र गुफा के पास रात में किसी यात्री को ठहरने नहीं दिया जाएगा। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 30 जून को जम्मू भगवती नगर बेस कैम्प से घाटी के लिए रवाना होगा।
इस बार कड़े नियम लागू
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने भी इस बाद कड़े नियम लागू कराने का निर्णय लिया है। इनमें यात्रियों को हाई रिस्क वाले ढाई किमी के रास्ते में हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। यही नहीं जो लोग खच्चर से जाएंगे उनके लिए भी हैलमेट जरुरी किया गया है, जो उन्हें मुफ्त मिलेगा। होगा। वहीं इस बार अमरनाथ यात्रा पूरी तरह तंबाकू मुक्त होगी, जिसके लिए जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करके नेशनल टोबैको कंट्रोल प्रोग्राम के तहत अमरनाथ यात्रा को तंबाकू मुक्त बनाने का निर्णय लिया है। इसलिए यात्रा के बीच रास्तो या पड़ावों पर तंबाकूयुक्त उत्पादों की बिक्री पर भी पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है।
इलाज व सुरक्षा के इंतजाम
अमरनाथ यात्रा के दौरान पहाड़ी इलाकों में 30 से ज्यादा ट्रेंड माउंटेन रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। अमरनाथ यात्रा से पहले डीआरडीओ और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बालटाल और चंदनवाड़ी में 100-100 बिस्तरों के दो अस्पताल बनाए हैं। दोनों अस्पताल सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा सचिव भूपिंदर कुमार के मुताबिक प्रशासन ने दोनों अस्पतालों के लिए 13-13 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। श्राइन बोर्ड ने 1700 डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की तैनाती की गई है। 4000 सफाई कर्मचारी और यात्रा के दोनों मार्गों पर 5100 टॉयलेट्स बनाए गए हैं।