कांग्रेस प्रत्याशी पर भाजपा से मिलकर खुद नामांकन रद्द कराने का आरोप
LP Live, New Delhi: गुजरात की सूरत सीट से नामांकन वापसी के अंतिम दिन ही बिना चुनाव के भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो गये। इसका कारण था कि वे यहां से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुंभाणी का नामांकन प्रस्तावक के अभाव में निरस्त हो गया और बाकी निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा अपने नामांकन वापस लेते ही इस सीट पर भाजपा के अकेले उम्मीदवार रह गये, जिन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। इस करारी हार पर कांग्रेस की अनुशासन समिति ने समीक्षा के बाद कांग्रेस प्रत्याशी रहे निलेश कुंभाणी को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया।
गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन दुर्भाग्यपूर्ण रद्द होने की कांग्रेस पार्टी ने समीक्षा की और अपने प्रत्याशी से जवाब तलब किया, लेकिन समय रहते उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कांग्रेस प्रत्याशी पर भाजपा के साथ मिलकर अपना नामांकन खुद निरस्त कराने के आरोप लगे हैं। नामांकन निरस्त होने के बाद से निलेश कुंभाणी न तो कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं और न ही वे मीडिया के सामने आए हैं। इसलिए नामांकन रद्द कराने के पीछे कांग्र्रेस के प्रत्याशी की भाजपा के साथ मिलीभगत बताई जा रही है। कांग्रेस का नामांकन रद्द होने के बाद चुनाव मैदान में अकेले भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल को निर्विरोध लोकसभा सदस्य निर्वाचित कर दिया गया।