सबसे प्रदूषित देशों में आठवें पायदान पर भारत
दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर


LP Live, New Delhi: भारत 2022 में दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश रहा, जो पिछले साल पांचवें स्थान पर था। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 50 शहरों में 39 भारत के शहर शामिल हैं।
स्विस एजेंसी आईक्यू एयर ने हवा में प्रदूषण की जांच करने के बाद मंगलवार को वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी की। इसमें 131 देशों का डेटा 30 हजार से अधिक ग्राउंड बेस मॉनिटरों से लिया गया है। इस रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित 20 शहरों में 19 एशिया के हैं, जिनमें 14 भारतीय शहर हैं। एक शहर अफ्रीकी देश का है। हवा में प्रदूषण नापने की इकाई यानी पीएम 2.5 में भी गिरावट आई है। यह 53.3 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर हो गया है। हालांकि चिंता की बात है कि यह अभी भी विश्व स्वास्थ्य संगठन की सेफ लाइन (5) से 10 गुना से भी ज्यादा है। चाड, इराक, पाकिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, बुर्किना फासो, कुवैत, भारत, मिस्र और ताजिकिस्तान शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित देश है, जबकि ऑस्ट्रेलिया, एस्टोनिया, फिनलैंड, ग्रेनाडा, आइसलैंड और न्यूजीलैंड ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पीएम 2.5 दिशानिर्देश को पूरा किया।

दिल्ली प्रदूषित, एनसीआर में सुधार
सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली चौथे और नई दिल्ली 9वें स्थान पर है। दिल्ली के साथ एनसीआर में शामिल शहर गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखी गई है। औसत पीएम2.5 की तुलना में गुरुग्राम में 34 प्रतिशत, फरीदाबाद में 21 प्रतिशत तक सुधार हुआ। दिल्ली में 8 प्रतिशत ही सुधार आया है। लेकिन इन शहरों में प्रदूषण अभी भी बहुत ज्यादा है, इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। प्रदूषण से उनके फेफड़े प्रभावित हो रहे हैं। बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ रही हैं।
यूपी के दस व हरियाणा के सात शहर
रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के 10 शहरों और हरियाणा के सात शहरों सहित देश के 31 शहरों में प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट देखी गई है। उत्तर प्रदेश के आगरा में पिछले साल के मुकाबले 55 प्रतिशत तक का सुधार देखने को मिला है। आगरा में 2017-21 के बीच पीएम 2.5 85माइक्रोग्राम था। 2022 में यह सिर्फ 38 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा।
टॉप 100 में 72 शहर दक्षिण एशिया के
सबसे प्रदूषित 100 शहरों में 72 दक्षिण एशिया के हैं। इनमें ज्यादातर शहर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हैं। रिपोर्ट में दक्षिण एशिया को वायु प्रदूषण का केंद्र बताया गया है। इस रिपोर्ट के बेस पर विश्व बैंक ने प्रदूषण में कटौती करने के लिए आने वाले खर्च का एनालिसिस किया है। इसके लिए 2.6 अरब डॉलर खर्च करने होंगे।
