बवाल के दौरान केई पुलिस कर्मी घायल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज व आंसू गैस का इस्तेमाल
LP Live, Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल जिले स्थित शाही जामा मस्जिद के विवाद के बीच उस समय बवाल हो गया, जब मस्जिद के सर्वे के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस बल पर पथराव कर सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीजार्च के साथ आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं।
दरअसल संभल स्थित शाही जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद यहां कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव की अगुवाई में संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में दोबारा सर्वेक्षण कराया जा रहा था। जब मस्जिद पर सर्वे की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली, तो मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए और इस सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया। तभी अचानक उपद्रवियों की भीड़ ने पुलिस बलों पर पथराव करना शुरु कर दिया। अचानक हुए इस बवाल में उपद्रवियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। उपद्रवियों ने पुलिस अफसरों की गाड़ियां तोड़ी और उनमें आग तक लगा दी। इसे देख पुलिस ने अपने बचाव में पथराव के जवाब में आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ को भगाने के लिए लाठीचार्ज करने के साथ फायरिंग भी की। पथराव के कारण कई पुलिस कर्मी घायल हो गये हैं। संभल के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी मौके मौजूद थे, लेकिन फिर भी माहौल बिगड़ता चला गया और हिंसा भड़क गई। तनाव के इस माहौल में मस्जिद पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिये गये हैं।
बीएनएस की धारा लागू
संभल में तनाव को देखते हुए पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत 5 या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं यहां प्रशासन पहले से अलर्ट था। सपा के सांसद जियार्उरहमान बर्क के पिता ममलुकुर रहमान वर्क सहित दर्जनों लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने जामा मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग कर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।
दो घंटे चला सर्वे
सूत्रों के अनुसार रविवार की सुबह मस्जिद के अंदर 7:30 बजे से लगभग दो घंटे तक सर्वे किया गया। कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। सर्वे पूरा होने के बाद यह टीम वहां से चली गई। इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होनी है, जिसमें सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। लेकिन हिंसा के तनावपूर्ण माहौल में जिला प्रशासन ने जामा मस्जिद के चारों ओर बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया है। मौके पर डीएम, एसपी और एडीएम समेत जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं और भीड़ को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या है विवाद
गौरतलब है कि हिंदू पक्ष का दावा है कि शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। इसी को लेकर रविवार सुबह साढ़े सात बजे से सर्वे का काम किया जा रहा था। इसी बीच मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी और सर्वे के विरोध में हंगामा शुरू हो गया। अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश जरूर की, लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया। हिंदू पक्ष की ओर से जामा मस्जिद को अदालत में हरिहर मंदिर का दावा किए जाने के बाद कोर्ट ने सर्वे के आदेश दिए थे।