

बचपन बचाओ आंदोलन की मुहिम भारत को बालश्रम के कलंक से मुक्त कराना
LP Live, New Delhi: विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस पर बचपन बचाओ आंदोलन ने पुलिस व प्रशासनिक दलों की मदद से देशभर में तेरह राज्यों में छापामारी करके 306 बाल मजदूरों को कराया मुक्त कराया है। बीबीए ने इसी अभियान के तहत जून के पहले दो सप्ताह में ही 1377 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है।
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित संगठन ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ पिछले ढाई दशक से ‘ग्लोबल मार्च अगेंस्ट चाइल्ड लेबर’ नाम से मुहिम चला रहा है। इस मुहिम में सरकार, प्रशासन और पुलिस विभाग के अलावा गैर सरकार संगठन भी सहयोग करके बच्चों के बचपन को बचाने का काम कर रहे हैं। विश्व बाल श्रम दिवस पर बीबीए व उसके सहयोगी गैरसरकारी संगठनों ने 13 राज्यों में प्रशासनिक और पुलिस दलों के साथ मिलकर 24 जगहों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में 306 बाल मजदूरों को आजाद कराया गया और बच्चों से जबरन बाल श्रम कराने वाले संस्थानो के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई। बीबीए के प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) राहुल कुमार श्रावत ने कहा कि पिछले दो सप्ताह में ही संगठन ने 16 राज्य सरकारों और रेलवे पुलिस फोर्स के अलावा प्रशासनिक और पुलिस बलों की मदद से 1377 बाल श्रमिकों को मुक्त कराने में सफलता मिली है। दरअसल, बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान में जून को कार्रवाई माह के रूप में मनाया जा रहा है। बीबीए के लिए जून इसलिए अहम है, क्योंकि इसके संस्थापक कैलाश सत्यार्थी के लंबे संघर्ष के बाद अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि हम भारत को बाल मजदूरी के कलंक से मुक्त कराने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।

गुजरात से मिले सर्वाधिक 92 बच्चे
बीबीए के प्रवक्ता के अनुसार विश्व बाल श्रम दिवस पर तेरह राज्यों में 24 छापों के दौरान मुक्त कराए गये 306 बाल मजदूरों में सबसे ज्यादा 92 बच्चे गुजरात से आजाद कराए गये, जबकि इसके बाद अमानवीय परिस्थितियों में काम कर रहे 57 बाल श्रमिकों को पंजाब से मुक्त कराया गया। इसके अलावा असम से 37, राजस्थान से 26, नई दिल्ली से 17, उत्तर प्रदेश से 13, तेलंगाना से 10, बिहार से 12, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड से दस-दस, झारखंड से 11 और हरियाणा से सात बाल मजदूरों को छुड़ाया गया।
असम में टीम पर हमला
विश्व बाल श्रम दिवस पर असम में दरांग जिले के बेसिमारी बाजार में छापेमारी के दौरान मुक्त कराए गये 20 बच्चों के विरोध में भीड ने बीबीए की टीम को घेरकर हमला करने का प्रयास किया और इनमें से चार बच्चों को छुडा लिया। किसी तरह स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छापेमार दल को सुरक्षित निकाला। फिर भी पुलिस बलों की मदद से 37 बाल मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है।
