लखनऊ के कई होटलों को बम से उड़ाने धमकी
ईमेल भेजने वाले और स्रोत की जांच में जुटी पुलिस
केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर सोशल मीडिया को अलर्ट किया
LP Live, Lucknow: देशभर में विमानों, शिक्षण संस्थानों और होटलों एवं अन्य इमारतों को बम से उड़ाने की धमकियां देने का सिलसिला जारी है। वहीं गुजरात के बाद अब मेल भेज कर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई होटलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यूपी पुलिस धमकी के इस मामले की जांच में जुट गई है।
भारत में इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक कई स्कूलों, कॉलेजों, होटलों और हवाई अड्डों व विमानों को बम की धमकी के ईमेल और कॉल मिले हैं। ये धमकियां दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरु, मुंबई और जयपुर सहित कई शहरों में दी गई। इसको लेकर स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। ज्यादातर धमकियां सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से दी गई हैं। अब मामलों की जांच के लिए केंद्र सरकार मेटा और एक्स जैसी सोशल मीडिया एजेंसियों की मदद लेने जा रही है। यह भी गौरतलब है कि ऐसी सभी धमकियां अफवाह निकली है, इस मामले में हुई जांचों के दौरान कई असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार करके कानूनी कार्रवाई भी की गई है।
ईमेल भेजने वालों की तलाश में पुलिस
उत्तर प्रदेश की राजधानी में रविवार को राणा प्रताप मार्ग स्थित होटल फॉर्चून, लेमन ट्री, होटल मैरियट समेत कई होटलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इसके बाद आनन-फानन में होटल संचालकों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस बड़े पैमाने पर जांच में जुट गई है। मेल भेजने वाले की भी जांच की जा रही है।
केंद्र सरकार ने दी चेतावनी
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हाल ही में एक एडवाइजरी जारी करते हुए विभिन्न एयरलाइनों को बम की फर्जी धमकियों के प्रसार को रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित सभी मध्यस्थों की जिम्मेदारी तय की है। वहीं इन अफवाहों को रोकने में विफल रहने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है। सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से एयरलाइनों को फर्जी बम धमकी के संदेशों के बारे में डेटा साझा करने के लिए कहा है और ऐसी गतिविधियों के पीछे के लोगों की पहचान करने के लिए कहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉरवर्डिंग, री-शेयरिंग, री-पोस्टिंग, री-ट्वीट के विकल्प की उपलब्धता के कारण इस तरह की झूठी बम धमकियों के प्रसार का पैमाना खतरनाक रूप से अनियंत्रित पाया गया है।