

भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने की महिला की नियुक्ति
LP Live, New Delhi: भारतीय रेलवे के 105 साल के इतिहास में रेलवे बोर्ड की कमान पहली बार महिला के हाथों में होगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ के रुप में रेलवे यातायात सेवा की अधिकारी जया वर्मा सिन्हा को नियुक्त किया है।
केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति की बैठक में 1988 बैच के रेलवे यातायात सेवा की अधिकारी और रेलवे बोर्ड में फिलहाल सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। इस प्रकार रेलवे के इतिहास में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष का जिम्मा किसी महिला अधिकारी के पास होगा। केंद्र सरकार की गुरुवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार जया वर्मा सिन्हा का इस पद पर कार्यकाल 31 अगस्त 2024 तक होगा, जो एक सितंबर या उसके बाद अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी। जया सिन्हा रेलवे बोर्ड में इस पद पर तैनात अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी। रेलवे बोर्ड में इससे पहले विजयलक्ष्मी विश्वनाथन पहली महिला सदस्य के रुप में नियुक्त की गई थीं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले दिनों ही साल 2023-24 के रेलवे को 2.74 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया है, जिसके खर्च में रेलवे के विकास में उनकी अहम भूमिका होगी।

कौन हैं जया सिन्हा
रेलवे बोर्ड की नई अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा जया वर्मा सिन्हा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं। वे 1988 बैच के इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस यानी रेलवे यातायात सेवा की अधिकारी हैं, जो अब तक तीन रेलवे क्षेत्रों उत्तर रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्वी रेलवे में काम कर चुकी हैं। फिलहाल जिन्हें रेलवे बोर्ड की सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के पद नियुक्त हैं, जहां से उन्हें प्रोन्नत किया गया है।
बांग्लादेश में भी रही नियुक्त
जया वर्मा सिन्हा ने चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया है। बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के दौरान ही कोलकाता से ढाका तक चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था। जया सिन्हा पिछले दिनों बालासोर दुर्घटना के बाद रेलवे का सार्वजनिक चेहरे के रुप में उस समय सामने आई जब उन्होंने मीडिया को रेलवे के जटिल सिग्नलिंग सिस्टम के बारे में तकनीकी की जानकारी की सटीक जानकारी दी थी।
