अमृत भारत स्टेशन योजना: जल्द बदलेगी देश के 508 रेलवे स्टेशनों की सूरत
पीएम मोदी ने रखी आधारशिला, परियोजना पर खर्च होंगे 24470 करोड़ रुपये
देश में रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में पहुंचा
LP Live, New Delhi: भारतीय रेलवे की कायाकल्प के लिए चलाई जा रही रेल परियोजनाओं में देश के दर्जनों रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा चुका है और कुछ का किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना देश के 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शुरू की गई थी। इसके तहत रविवार को प्रधानमंत्री ने 24470 करोड़ रुपये की लागत के साथ देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यो की आधारशिला रखी। रेलवे स्टेशनों के आधुनिक पुनर्विकास परियोजना पर 24470 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। इन स्टेशनों को संबन्धित राज्य की संस्कृति और विरासत के आधार पर डिजाइन करके आधुनिक रुप से इस प्रकार विकसित किया जाएगा, जहां यात्रियों को आधुनिक और सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया हो सके। इस योजना के तहत देश के 1309 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है।
किस राज्य के कितने रेलवे स्टेशन
पीएम मोदी ने जिन 508 स्टेशनों के आधुनिकीकरण विकास की आधारशिला रखी हैं, उनमें 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रेलवे स्टेशन शामिल हैं। सबसे ज्यादा 55-55 रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हैं। जबकि बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशनों का पुनर्विकास इस योजना के तहत किया जाएगा। इसक अलावा तेलंगाना व गुजरात में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य कई राज्यों के कई स्टेशन इस योजना में शामिल हैं।
रेलवे ट्रैक का ऐतिहासिक विस्तार
इस मौके पर अपने वीडियों संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि देश के रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन सभी रेलवे स्टेशनों पर आयोजित समारोह में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछलेनौ सालों में देशभर में कई रुटों पर नए ट्रैक बिछाये गये हैं और रेलवे स्टेशनों को आधुनिक विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत में जितना रेलवे ट्रैक बिछाया गया है, वह दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों के कुल नेटवर्क से भी कहीं ज्यादा है। उन्होंने रेलवे परियोजनाओं को सराहते हुए कहा कि यह परियोजना ‘ईज ऑफ लिविंग’ को प्रोत्साहित करने के साथ सुविधाओं का भी विस्तार करेगी।
जल्द पूरा होगा इलेक्टिक रेलवे नेटवर्क
देश में रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण के चल रहे काम की तेजी को देखते हुए उन्होंने कहा कि साल 2030 तक पूरे भारत का रेलवे नेटवर्क इलैक्ट्रीफाइड होगा और रेल जीरो उत्ससर्जन पर चलेगी। भारतीय रेलवे को आधुनिक रुप से विकसित करने के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी प्राथमिकता दी जा रही है। बिजली बनाने वाले रेलवे स्टेशनों का संख्या भी 1200 से ज्यादा हो गई है। हमारा लक्ष्य यही है कि आने वाले समय में सभी स्टेशन ग्रीन एनर्जी बनाए।