यूपीएससी के चेयरमैन मनोज सोनी के इस्तीफे से क्यों गरमाई सियासत!
पांच साल का कार्यकाल खत्म होने से क्यों दिया इस्तीफा?


LP Live, New Delhi: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे को लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करने शुरु कर दिये हैं। जैसे ही मनोज सोनी द्वारा अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजे जाने की खबर फैली, तो सियासत शुरु हो गई।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने मनोज सोनी के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा निजी कारणों की वजह से दिया है। सोनी का कार्यकाल 15 मई, 2029 को समाप्त होना था। सोनी ने अपना इस्तीफा 15 दिन पहले दिया था, जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि मनोज सोनी यूपीएससी अध्यक्ष बनने के इच्छुक नहीं थे। प्रख्यात शिक्षाविद् सोनी की ने 28 जून, 2017 को आयोग के सदस्य के रूप में पदभार संभाला था, जिन्हें आयोग के अध्यक्ष नियुक्त किया गया और उन्होंनेक 16 मई 2023 को यूपीएससी अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में यूपीएससी के चेयरमैन पद से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया था, लेकिन तब उनका अनुरोध स्वीकार नहीं किया गया। मनोज सोनी अब ‘सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों’ पर अधिक वक्त देना चाहते हैं। यूपीएससी में नियुक्ति से पहले सोनी तीन साल तक कुलपति के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

कौन हैं मनोज सोनी
यूपीएससी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले मनोज सोनी ने 1 अगस्त 2009 से 31 जुलाई 2015 तक डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय (बीएओयू) गुजरात के कुलपति के रूप में लगातार दो कार्यकाल और अप्रैल 2005 से अप्रैल 2008 तक बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (एमएसयू) के कुलपति के रूप में 1 कार्यकाल पूरा किया. एमएसयू में नियुक्त होने के दौरान सोनी भारत में किसी विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के कुलपति बने थे।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस ने यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को दावा किया कि ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने व्यवस्था को दूषित किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सवाल किया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख प्रदीप कुमार जोशी बचे क्यों हैं? उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से लग रहा था कि यूपीएससी के मौजूदा विवाद को देखते हुए सोनी को बाहर कर दिया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि यूपीएससी अध्यक्ष मनोज सोनी ने ‘निजी कारणों’ का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “2014 के बाद से सभी संवैधानिक निकायों की पवित्रता, प्रतिष्ठा, स्वायत्तता और पेशेवर दृष्टिकोण को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया गया है।
