भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में सीएम योगी, आईएएस अधिकारी निलंबित
लखनऊ के जिलाधिकारी रहे निलंबित इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश


LP Live, Lucknow: इन्वेस्ट यूपी में रिश्वतखोरी की शिकायत पर गंभीर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लंबे समय तक जिलाधिकारी रहे अभिषेक प्रकाश इस समय इन्वेस्ट यूपी के सीईओ के पद पर थे, जिन्हें इन्वेस्ट यूपी में रिश्वतखोरी की शिकायत के निलंबित कर दिया गया। इस मामले में उद्यमी से कमीशन मांगने वाले एक आरोपी को भी गिरफ्तार भी किया गया है। बताया जा रहा है कि सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए एक उद्यमी ने इन्वेस्ट यूपी में आवेदन किया था। इसके बाद एक जैन नामक बिचौलिए ने उद्यमी से कमीशन की मांग की। उद्यमी ने कमीशन मांगने की शिकायत पुलिस से की और मामले को गंभीर मानते हुए एसटीएफ को सौंप दिया गया, जिसकी जांच में आईएएस अधिकारी अभिषेक भी संलिप्त पाए गये, जिसकी जांच रिपोर्ट के बाद अभिषेक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई। वहीं पुलिस ने इस मामले में वसूली करने वाले जैन नामक बिचौलिये को भी गिरफ्तार कर लिया है। वहीं राजस्व परिषद के चेयरमैन रजनीश दुबे ने इस मामले में एक जांच की थी। जिसमें उन्होंने तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश, एडीएम अमरपाल, एसडीएम, कानूनगो और लेखपाल समेत कई अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था।

पहले भी लगे थे आरोप
अभिषेक प्रकाश 2006 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो औद्योगिक विकास विभाग के सचिव के साथ ही इन्वेस्ट यूपी के सीईओ पद का कार्यभार संभाल रहे थे। अभिषेक प्रकाश लंबे समय तक लखनऊ के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि पहले भी डीएम रहते हुए उन पर लखनऊ डिफेंस एक्सपो जमीन घोटाले में भ्रष्टाचार और फर्जी दस्तावेजों के आरोप लगे थे। लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित भटगांव में डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण से जुड़ा ये मामला है। बताया जा रहा है कि उस अधिग्रहण में पट्टे फर्जी पाए गए थे। इसमें करीब 90 पट्टे फर्जी पाए गए थे। उन पट्टों को संक्रमणीय भूमिधर जमीन घोषित कर करके मुआवजा उठाया गया था। इसके जरिये मोटी रकम मुआवजा उठाया गया था। इस मामले में कई शिकायतें हुई थी।
