उच्च सदन में महिला मुक्केबाजों को दी गई बधाई
LP Live, New Delhi: संसद के दोनों सदनों में अडाणी मामले की जेपीसी जांच की मांग को लेकर विपक्ष का हंगामा बरकरार है। दोनों सदनों में अभी तक कार्यवाही पटरी पर नहीं आ पा रही है और कामकाज ठप करके विपक्षी दल हंगामा करते आ रहे हैं। मंगलवार को भी लोकसभा में कांग्रेस सदस्य काले लिबास में पहुंचे और सभापीठ को काले कपडे दिखाते हुए नारेबाजी की।
संसद में लोकसभा की सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दिया था। आसन के करीब आकर कई विपक्षी सांसदों ने कागज फाड़-फाड़कर अध्यक्ष के आसन पर बैठे पीठासीन सभापति मिथुन रेड्डी की तरफ फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान विपक्षी सांसद लगातार अध्यक्ष के आसन पर बैठे पीठासीन सभापति को काले कपड़े भी दिखाते नजर आए। जोरदार हंगामे को देखते हुए पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही को शुरू होते ही दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था। दो बजे भी काले कपड़े पहनकर कांग्रेस सदस्यों ने सभापीठ पर मौजूद रमादेवी का काले कपड़े दिखाए। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस के समर्थन में डीएमके और एनसीपी सहित कई अन्य विपक्षी दलों के सांसद भी अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। हालांकि इस हंगामे के बीच हर दिन की तरह आवश्यक कागजों को सदन के पटल पर रखवाना जारी है, लेकिन प्रश्नकाल या शून्यकाल लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रहे हैं।
राज्यसभा मे महिला मुक्केबाजों को बधाई
राज्यसभा की मंगलवार को कार्यवाही शुरु होने पर सभापति जगदीप धनखड ने कहा कि हम सब के लिए बड़े गर्व का क्षण है कि हमारी महिला मुक्केबाजों ने 15 मार्च से 26 मार्च, 2023 के दौरान दिल्ली में आयोजित विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 4 स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा है। इस मौके पर सदन ने महिला मुक्केबाजों निखत ज़रीन, लवलीना बोरगोहेन, नीतू घड़घस और स्वीटी बुरा को सम्मान के साथ बधाई दी। इसके अलावा हालांकि राज्य सभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी दलों ने जेपीसी की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे और नारेबाजी के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को चलाने का प्रयास किया, लेकिन हंगामा और नारेबाजी लगातार जारी रहने पर उन्होंने भी सदन की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इस दौरान आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाने के अलावा सदन में कोई कामकाज नहीं हो पा रहा है। दो बजे बाद भी सदन में कांग्रेस व विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा।