दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को होगी वोटिंग
सभी 70 सीटों पर 22 दलों समेत 699 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर


चुनाव आयोग ने मतदान की तैयारी में किये सुरक्षा के कड़े इंतजाम
LP Live, New Delhi: दिल्ली विधानसभा की सभी 70 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान होगा। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष मतदान कराने की दिशा में कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त किये हैं। चुनाव के लिए अर्धसैनिक बलों की 220 कंपनियां, 19,000 होमगार्ड और 35,626 दिल्ली पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। इसके अलावा दिल्ली में 21,500 से अधिक मतपत्र ईवीएम इकाइयां और वीवीपैट तैयार किए गए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर कल 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। इसे लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली है। पोलिंग पार्टियों को मतदान की पूरी जानकारी के साथ रवाना कर दिया गया है। दिल्ली चुनाव को लेकर सिक्योरिटी और चेकिंग दिखाते हुए सभी विधानसभाओं में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गाड़ियों की चेकिंग हो रही है। ट्रैफिक और रूट को डायवर्ट भी किया गया है, ऐसे में संवेदनशील इलाके जैसे ओखला निर्वाचन क्षेत्र में सिक्योरिटी और बढ़ा दी गई है। दिल्ली बोर्डर को सील कर दिया गया है और यूपी व दिल्ली सीमाओं पर कड़ी चैंकिंग अभियान चलाया जा रहा है। दिल्ली चुनाव को लेकर सिक्योरिटी और चेकिंग दिखाते हुए सभी विधानसभाओं में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गाड़ियों की चेकिंग हो रही है। ट्रैफिक और रूट को डायवर्ट भी किया गया है, ऐसे में संवेदनशील इलाके जैसे ओखला निर्वाचन क्षेत्र में सिक्योरिटी और बढ़ा दी गई है।

1.56 करोड़ मतदाता तय करेंगे चुनाव
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर 1.56 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 83.76 लाख पुरुष और 72.36 लाख महिलाएं शामिल हैं। चुनाव आयोग ने 13,766 पोलिंग सेंटर बनाए हैं। नई दिल्ली, कालकाजी, जंगपुरा, पटपड़गंज जैसी हाई-प्रोफाइल सीटों पर मुकाबला दिलचस्प है। गौरतलब है कि आप और कांग्रेस समेत कई पार्टी इंडिया गठबंधन से अलग होकर चुनाव मैदान में हैं। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला है। हालांकि मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा में ही है। दोनों दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। पांच फरवरी को वोटिंग के बाद आठ फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
किस दल के कितने प्रत्याशी
सत्तारुढ दल आम आदमी पार्टी के सभी सीटों पर उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जबकि भाजपा ने 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और दो सीट सहयोगी दलों जदयू व लोजपा के लिए छोड़ी है। कांग्रेस भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (ने 6, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्कसिस्ट और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्कसिस्ट लेनेनिस्ट ने 2-2 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 30 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सभी सीटों पर भाजपा को समर्थन दिया है। वहीं इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी 70 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन 12 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
दागी उम्मीदवार भी मैदान में
दिल्ली विधानसभा चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों ने आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों पर भी दांव खेला है। मसलन चुनाव मैदान में उतरे 19 प्रतिशत यानी 132 उम्मीदवार दागी हैं, जिनमें 81 प्रत्याशियों के खिलाफ पर हत्या-बलात्कार व अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। यह खुलावसा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्रों के अध्ययन करने के बाद किया है।
