

कवि चरणजीत ने कवि सम्मेलन दी प्रस्तुति, स्कूली बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
LP Live, New Delhi: विश्व हिन्दी दिवस पर नेपाल स्थित भारतीय दूतावास में विश्व हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा को समर्पित भव्य समारोह के तहत भारत-नेपाल मैत्री कवि सम्मेलन में भारत से विख्यात कवि चरणजीत चरण के साथ हरियाणा में गांव फरल के सुप्रसिद्ध युवा कवि दिनेश शर्मा ‘दिनेश’ ने अपने काव्य पाठ से नेपाल के हिंदी प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर उनके मनो को जीता।
दुनिया के विभिन्न देशों में दस जनवरी को भारतीय दूतावासों द्वारा प्रत्येक वर्ष विश्व हिन्दी दिवस पर हिंदी भाषा को समर्पित भव्य समारोह आयोजित किये जाते हैं। नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास परिसर में भी विश्व हिंदी दिवस को धूमधाम से मनाया गया। इसी परंपरा के अंतर्गत भारतीय दूतावास द्वारा भव्य समारोह आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रुप में में सांसद एवं हिंदी मंच नेपाल के अध्यक्ष मंगल प्रसाद गुप्ता और भाषा आयोग नेपाल के अध्यक्ष गोपाल ठाकुर रहे। अतिथियों का स्वागत भारतीय दूतावास की काउंसलर गीतांजली ब्रैंडन ने किया। इस मौके पर गातांजलि ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व संदेश भी पढ़ा, जिसमें मोदी ने विश्व हिंदी दिवस हिंदी भाषियों की समृद्ध भाषाई विरासत और सांस्कृतिक पहचान की याद दिलाते रहने पर बल दिया है।
कवि सम्मेलन ने मोहा दर्शकों का मन
विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित भारत-नेपाल मैत्री कवि सम्मेलन में काव्यपाठ के लिए भारत से विख्यात कवि चरणजीत चरण के साथ गांव फरल के सुप्रसिद्ध युवा कवि दिनेश शर्मा ‘दिनेश’ की और नेपाल से दो शायरों की सहभागिता रही। इस दौरान भारतीय कवि चरणजीत सिंह चरण ने अपने काव्यपाठ से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं दिनेश शर्मा ‘दिनेश’ ने अपने मुक्तकों और कविता से उपस्थित हिंदी प्रेमी दर्शकों से खूब तालियां बटोरी और उन्हे आनंदित किया। इस अवसर पर दूतावास में नियुक्त प्रथम सचिव वशिष्ठ नन्दन भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन दूतावास के सांस्कृतिक सहचारी डॉक्टर धनेश द्विवेदी ने किया। इससे पहले सत्र में स्थानीय विद्यालयों के छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिंदी कविता पाठ और नाटकों में हिस्सेदारी करके अपनी प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर दूतावास में नियुक्त प्रथम सचिव वशिष्ठ नन्दन भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन दूतावास के सांस्कृतिक सहचारी डॉक्टर धनेश द्विवेदी ने किया। समारोह में नेपाल संगीत एवं नाटक प्रज्ञान प्रतिष्ठान की कुलपति निशा शर्मा भी उपस्थित रही। दिनेश शर्मा ने विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में काव्य पाठ का अवसर प्रदान करने के लिए भारतीय राजदूतावास काठमांडू के अधिकारियों के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया है।

वरिष्ठ साहित्यकारों ने दी बधाई
हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी (उर्दू प्रकोष्ठ) के निदेशक डॉ चंद्र त्रिखा और साहित्य सभा कैथल के प्रधान प्रोफेसर अमृतलाल मदन और उप प्रधान कमलेश शर्मा आदि ने दिनेश शर्मा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। दिनेश शर्मा पिछले कई वर्षों से साहित्य और संस्कृति के लिए समर्पित हैं। अब तक उनकी आठ पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं और अनेक राजकीय और गैर-राजकीय कालेजों में काव्यपाठ कर चुके हैं।
सांस्कृतिक और साहित्यिक संबंध
विश्व हिंदी दिवस समारोह में काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में काउंसलर (राजनीतिक एवं पीआईसी) गीतांजलि ब्रैंडन ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई आधार पर कई समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि भाषा दो समाजों और राष्ट्रों को जोड़ती है। हिंदी हमेशा से भौगोलिक सीमाओं की दीवार को तोड़ती रही है और दो अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ती रही है। नेपाल और भारत के मामले में, दोनों देशों के बीच प्राचीन काल से सांस्कृतिक और साहित्यिक संबंध रहे हैं। दोनों देशों की धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई विरासत समान है। उन्होंने नेपाल के हिंदी प्रेमियों और विद्वानों के प्रति भी हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिनके योगदान ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के माध्यम से नेपाल और भारत के बीच मैत्री के मजबूत संबन्धों में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
