

मारा गया आतंकी कताल था जम्मू कश्मीर में हमलों का जिम्मेदार
LP Live, New Delhi: जम्मू कश्मीर में हमलों का जिम्मेदार रहे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का खतरनाक आतंकवादी अबू कताल मारा गया है, जो 26\11 मुंबई हमलों के आरोपी हाफिज सईद का भतीजा है। वहीं यह भी खबर आ रही है कि भतीजे के साथ मारे गये अन्य आतंकियों में ? भारत के मोस्ट वांटेड जमात-उद-दावा का आतंकी हाफिज सईद भी मारा गया है?
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जमात उद-दावा के वरिष्ठ नेता पर शनिवार की रात में कुछ हमलावारों ने गोलीबारी करके हमला कर दिया, जब वह पंजाब के झेलम इलाके में अपनी गाड़ी में यात्रा कर रहा था। इस हमले में मारे गये आतंकी संगठनों के सदस्यों में फैजल नदीम उर्फ अबू कातिल के मारे जाने की पुष्टि हो रही है, वहीं अन्य मारे गये आंतकियों में भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद मारा गया है। वहीं सोशल मीडिया में मारे गये आतंकियों में सईद के बजाए जमात-उद-दावा का नेता जफर इकबाल भी हो सकता है। हाफिज सईद मुंबई हमले का मास्टरमाइंड रहा है और भारत के लिए मोस्ट वांटेड आतंकी है। झेलम में जमात-उद-दावा के एक नेताओं पर अज्ञात बंदूकधारियों ने हमले को लेकर यह दावा भी किया जा रहा है कि इस हमले में हाफिज सईद की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि झेलम में पुलिस सख्ती बढ़ा दी है और मुख्य अस्पताल की तरफ आने-जाने वालों को रोका जा रहा है।
जम्मू कश्मीर हमले में था अबू कताल
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान में अबू कताल उर्फ फैसल नदीम की देर रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जम्मू-कश्मीर में कई घातक हमलों को अंजाम देने में अपनी भूमिका के कारण कताल राष्ट्रीय जांच एजेंसी और भारतीय सेना सहित भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक प्रमुख लक्ष्य था। 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के करीबी सहयोगी कताल ने 9 जून 2024 को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हिंदू तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले में अहम भूमिका निभाई थी। उसके नेतृत्व में किए गए इस हमले में कई लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। इस कारण क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी नई चिंताएं पैदा हो गई थीं। अबू कताल 2023 के राजौरी आतंकवादी हमले में भी शामिल था, जहां आतंकवादियों ने 1 जनवरी को ढांगरी गांव में नागरिकों को निशाना बनाया और अगले दिन आईईडी विस्फोट किया था। समन्वित हमलों में दो बच्चों समेत सात लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।

यह भी हो रहा है दावा
सूत्रों के अनुसार पहले जानकारी दी गई कि इस हमले में हाफिज सईद का भतीजा और उसका प्रमुख सहयोगी फैसल नदीम ऊर्फ अबू कताल मारा गया है। लेकिन बाद में जानकारी दी गई कि हमले में हाफिज सईद भी घायल हुआ था और उसे बचाया नहीं जा सका। हालांकि अभी खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक जमात उद-दावा के वरिष्ठ नेता पर हमला शनिवार की रात में किया गय जब वह झेलम इलाके में अपनी गाड़ी में यात्रा कर रहा था। हमले के बाद जमात उद-दावा के वरिष्ठ नेता को घटनास्थल से उसे अज्ञात स्थान पर ले जाया गया और उसकी पहचान गुप्त रखी गई है।
भारत का आतंकवाद पर शिकंजा
एनआईए और भारतीय सेना की आतंकवाद के खिलाफ तेजी से अभियान चल रहा है। एजेंसियों के अनुसार ये लश्कर के कार्यकर्ता जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को प्रशिक्षित करने, घुसपैठ करने, नागरिकों पर लक्षित हमले करने और अशांति पैदा करने के प्रयास के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार थे। उनके ऑपरेशन पाकिस्तान स्थित हैंडलरों के सीधे निर्देशों के तहत संचालित किए गए थे, जो दूर से हमलों का समन्वय करते थे। हालांकि उनकी हत्या की सटीक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन उनकी मौत जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जांच में प्रमुख रुप से शामिल था अबू कताल
एनआईए की जांच में अबू कताल का नाम प्रमुख रूप से सामने आया, जिसमें पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलरों की भूमिका उजागर हुई, जो आतंकवादियों को सीमा पार भेजने और नागरिकों, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए भर्ती करते थे। व्यापक जांच के बाद, एनआईए ने पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिनमें पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के तीन कमांडर- अबू कताल, सैफुल्लाह उर्फ साजिद जट्ट और मोहम्मद कासिम शामिल थे। चार्जशीट में विस्तार से बताया गया है कि कैसे कताल ने अपने साथियों के साथ मिलकर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने के लिए हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी। मूल रूप से भारत का रहने वाला कासिम 2002 में पाकिस्तान चला गया था और बाद में लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया था।
