एआरपी परीक्षा में धाधंली का अंदेशा जता रहे शिक्षक
पांच अप्रैल को मुजफ्फरनगर में हुई थी एआरपी की परीक्षा, दूसरे और तीसरे चरण की देरी में खड़े हुए सवाल


LP Live Muzaffarnagar: एआरपी की परीक्षा के बाद ओएमआर सीट के अंक पारदर्शी नहीं होने के चलते शिक्षकों ने धाधंली का अंदेशा जताया है। प्राथमिक शिक्षक संघ की खतौली ब्लाक अध्यक्ष पूनम बालियान पत्र जारी कर कहा कि एआरपी परीक्षा में शिक्षा विभाग के अधिकारी मनमानी रूप से काम कर रहे हैं। प्रथम चरण की परीक्षा में पास और फेल शिक्षकों के अंकों का अपने पास ही छिपाकर रखा गया है। डाइट प्राचार्य पर अंक सार्वजनिक करने की बजाए छिपाकर रखने के आरोप लगाए गए है, उधर डायट प्राचार्य अभी दो चरण शेष होने की वजह से अंक अपने पास सुरक्षित करने की जानकारी दे रहे हैं।

12 शिक्षक हुए हैं लिखित परीक्षा में फेल
प्राथमिक शिक्षक संघ की खतौली ब्लाक अध्यक्ष पूनम बालियान ने कहा कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर एआरपी परीक्षा संपन्न कराई गई। 5 अप्रैल को बताया कि कुल 66 अभ्यर्थियों में से 18 अभ्यर्थी फेल हुए हैं, जबकि अगले ही दिन जारी प्रेस नोट में 12 अभ्यर्थियों को फेल होना बताया और बीएसए विभाग में केवल पास-फेल की संख्या डीसी को दी गई है। विभाग में पास और फेल शिक्षकों के नाम और उनके अंक नहीं सौंपे गए है। इससे ऐसा लग रहा है कि कुछ शिक्षकों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। इससे परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी परेशान है और अभ्यर्थियों के द्वारा भारी धंधाली का अंदेशा जताया जा रहा है। उन्होंने परीक्षा में बैठाने वाले शिक्षकों के प्रति भी बीईओ पर अपने चाहतों के आवेदन पत्रों की सही जांच कर बैठाने के आरोप लगाए हैं।
डाइट प्राचार्य बोले, माइक्रो टीचिंग तक अंक रखे हैं सुरक्षित, कराई थी वीडियोग्राफी: मुजफ्फरनगर के डाइट प्राचार्य संजय कुमार रस्तोगी का कहना है कि उन्होंने डाइट में ओएमआर सीट पर परीक्षा कराई है। पास और फेल शिक्षकों का डाटा बीएसए विभाग के डीसी सुशील कुमार को दिया गया है। बीएसए संदीप कुमार विभागीय काम से बाहर है, जिस कारण माइक्रो टीचिंग और साक्षात्कार में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से परीक्षा पारदर्शी कराई गई है। सभी कार्यों की वीडियोग्राफी हुई है।
