

मानव तस्करों के जाल में फंसे अवैध अप्रवासी वैश्विक समस्या
LP Live, New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय अमेरिका के दौरे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपसी सहमति बनाई। बैठक में दोनों देशों ने मानवाधिकार, आतंकवाद, और आपराधिक गतिविधियों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खालिस्तानी अलगाववादियों को लेकर ट्रंप का सख्त रुख अपनाते नजर आए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के बाद सहमति बनी। दोनों देशों के संयुक्त बयान के अनुसार इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खालिस्तानी अलगाववादियों द्वारा भारत के हितों के खिलाफ काम करने पर सख्त लहजे में कहा कि हम अपराधियों के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करते हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि यह कदम हमारे सहयोग को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि अब हम एक बहुत ही हिंसक व्यक्ति तहव्वुर राणा को भारत को प्रत्यर्पित कर रहे हैं। हम अपराधियों के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करते हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि यह कदम हमारे सहयोग को और मजबूत करेगा।
अवैध प्रवासियों का मुद्दा वैश्विक समस्या: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखते हुए कहा कि यह केवल भारत का मुद्दा नहीं है, यह एक वैश्विक समस्या है। जो लोग अवैध तरीके से दूसरे देशों में रह रहे हैं, उन्हें वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। जहां तक भारत और अमेरिका का सवाल है, अगर किसी व्यक्ति की भारतीय नागरिकता की पुष्टि हो जाती है और वह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा है, तो भारत उसे वापस लेने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि इस मुद्दे को यहीं समाप्त नहीं किया जा सकता। यह सिर्फ एक कानूनी समस्या नहीं है, बल्कि मानवाधिकार का भी मामला है। कई लोग बड़ी उम्मीदों के साथ दूसरे देशों में जाते हैं, लेकिन अधिकतर अवैध प्रवासी मानव तस्करी के जाल में फंस जाते हैं। हमें इन अपराधों से निपटने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और मानव तस्करी से जुड़े नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करना चाहिए। भारत और अमेरिका इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों देशों के नेताओं ने मानवाधिकार, आतंकवाद, और आपराधिक गतिविधियों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
