अरुणाचल प्रदेश में हेलीकॉप्टर चीता दुर्घटनाग्रस्त
हेलीकॉप्टर में सवार दोनों पायलट हुए शहीद


उड़ान भर रहे चीता हेलीकॉप्टर का संपर्क एटीसी से टूटने की खबर
LP Live, New Delhi: अरुणाचल प्रदेश में बोमडिला के पश्चिम मंडला के पास गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त (क्रेश) हुए भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टर में सवाद दो पायलटों की मौत हो गई है। एक ऑपरेशनल के अंतर्गत उड़ान भर रहे चीता हेलीकॉप्टर का संपर्क एटीसी से टूट गया था।
भारतीय सेना के मुताबिक सुबह करीब 09 बजकर 15 मिनट पर चीता हेलीकॉप्टर का संपर्क (एयर ट्रेफिक कंट्रोलर) एटीसी से टूटने की सूचना मिली थी। सेना ने दुर्घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि इस विमान हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार दोनों पायलट शहीद हो गए हैं। बोमडिला के पश्चिम में मंडला के पास चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त की सूचना मिलने ही सेना, सशस्त्र सीमा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पांच खोज दलों को मौके पर भेजा गया था। विमान का मलबा मांडला के ग्राम बांगलाजाप के पास पाया गया। इस हादसे की जांच शुरू कर दी गई है, ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके।
ग्रामीणों ने दी थी सूचना
सेना के सूत्रों के अनुसार सेना के दो अफसरों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर में दो पायलट थे। सुबह नौ बजे जिले के सांगे गांव से इस हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी और वह असम के सोनितपुर जिले के मिस्सामारी जा रहा था। इस हेलीकॉप्टर में एक लेफ्टिनेंट और एक मेजर सवार थे। बताया जा रहा है कि डिरांग में ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर को जलते हुए देखा और उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी थी। अधिकारियों के अनुसार डिरांग में बांगजलेप के ग्रामीणों ने करीब साढ़े 12 बजे हेलीकॉप्टर को जलते देखा गया था।
क्या है चीता हेलीकॉप्टर
चीता हेलीकॉप्टर भारतीय सेना का एक उच्च प्रदर्शन वाला हेलीकॉप्टर है, जिसे ऊंचाई की स्थिति में संचालन के लिए डिजाइन किया गया है। पांच सीट वाला चीता हेलीकॉप्टर बहुमुखी, बहु भूमिका, बहुउद्देशीय, अत्यधिक गतिशील और निर्माण में मजबूत है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया यह हेलीकॉप्टरों की सभी श्रेणियों के बीच अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरने का विश्व रिकॉर्ड रखता है। एचएएल के अनुसार, चीता एक पांच सीटों वाला हेलीकाप्टर है। अपने उत्कृष्ट शक्ति-वजन अनुपात के कारण, चीता गर्म उष्णकटिबंधीय मौसम में संचालन और उच्च ऊंचाई पर भी मिशन के लिए सबसे उपयुक्त हेलीकाप्टरों में से एक है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार चीता हेलीकॉप्टर को यात्री परिवहन, रसद सहायता (कार्गो व सामग्री परिवहन), हताहत निकासी, राहत संबंधी ऑपरेशन, खोज और बचाव कार्य संचालन, टोही, स्लंग ऑपरेशन के तहत कई प्रकार के मिशनों के लिए विशेष रूप से विकसित किया गया है।
